Tuesday, July 10, 2012

दहेज के लिए हर किसी से रेप का शिकार हुई युवती


व्यवहार
य ह युग व्यवहार का है। आप कितने व्यावहारिक हैं, यह उस
समय पता चलता है जब आप किसी मुसीबत में हों। मुसीबत
यानी किसी सरकारी काम से किसी कार्यालय में जाना पड़ जाए
तो आपको नानी-दादी याद आने लगती है।


वहीं तो व्यवहार काम आता है। ऎसे स्थानों पर अक्सर टेबल के
नीचे से हाथ का व्यवहार रिश्तों में मित्रता के भाव पैदा करता है।
दफ्तरों में जिन कर्मचारियों को टेबल के नीचे हाथ के व्यवहार की
कला आती है, उनका हाथ कभी खाली नहीं रहता और वे अपने
साहबों के सामने टेबल पर शान से बैठ सकते हैं, क्योंकि सामने
से साहब के टेबल के नीचे से आए हाथ को बंद करने की क्षमता
उनमें होती है। हाथ होते भी नीचे से मिलाने के लिए ही हंै।



हमारे लापरवाह किस्म के अधिकारी कभी टेबल के ऊपर से कुछ
लेने की गलती करते हैं और फिर पछताते हैं। अब इस "अर्थ"
के साथ भी दिक्कत है। यह कब बढ़ जाती है ,पता ही नहीं
चलता। आदमी की नौकरी की कमाई जितनी हो उससे कई
गुना अर्थप्राप्ति हो जाया करती है।


अब वे पूछें कि इतनी दौलत कहां से आई तो बेचारा अफसर
क्या जवाब दे? लक्ष्मी किसी से कहकर थोड़े ही आती है। "अर्थ"
शब्द में ही कई अर्थ छिपे हुए हैं, जो जितनी कोशिश करे,
उतने अर्थ मिल सकते हैं। अर्थ से कई अनर्थ भी हो जाते हैं,
पर उससे घबराने की आवश्यकता नहीं। आखिर जो "कुछ"
करेगा वही तो गलती करेगा।


"अर्थ" के अर्थ को जो गंभीरता से समझेगा उसी से अनर्थ
भी होगा। समझदार किस्म के लोग अक्सर यह कहते हैं
कि यह जगत नश्वर है। आज तक कोई भी अपने साथ
एक कौड़ी नहीं ले जा सका। जब ले जा नहीं सकते तो इकटा
करने से क्या फायदा। जीवन का भरोसा भी नहीं। यदि इसका
वेलीडिटी पीरियड होता तो उतने टाईम की एफ.डी करवा
सकते थे, मगर यह संभव नहीं है। इसलिए मानव को धन
संग्रह के लिए कभी लालची नहीं होना चाहिए।


यह सैद्धांतिक बात है और हम जानते हैं कि इस तरह
की बातें व्यक्ति तभी सोचता है, जब उसे कुछ कर
दिखाने का अवसर नहीं मिल पाता। असल बात तो
व्यावहारिक होने की है। व्यवहार के बीच कई उत्प्रेरक
आ चुके हैं। धन भी उनमें एक है। इसमें व्यवहार का
क्या दोष?

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दहेज के लिए हर किसी से रेप
का शिकार हुई युवती
Rape























भोपाल।।
मध्य प्रदेश के सागर जिले में दहेज की मांग पूरी न
कर पाने के कारण एक 20 साल की युवती को ससुरालवालों के
जुल्म का शिकार होना पड़ा। पिछले तीन साल से महिला को
तबेले में जंजीरों से बांध कर रखा गया। इतना ही नहीं, इस
दौरान उसके पति, रिश्तेदारों और यहां तक कि पड़ोसियों ने
बार-बार उसके साथ बलात्कार किया।

युवती पर जुल्म की इंतहा यह थी कि तीन सालों तक
उसका रेप किया गया। इस साल मई में 50 हजार रुपये के
लिए उसे एक महाजन को बेच दिया गया। सिर्फ इसलिए
क्योंकि उसके परिवारवालों के पास दहेज देने के लिए पैसे
नहीं थे। युवती एक बार काफी बीमार हो गई, उस वक्त
एक पड़ोसी उसे अस्पताल ले गया, लेकिन उसने भी
अस्पताल ले जाते समय कथित तौर पर उसका रेप किया।
युवती के साथ हुए इस बर्बर व्यवहार का उस समय पता
चला, जब उसके एक रिश्तेदार ने सौभाग्य से उसे महाजन
के घर पर देख लिया और इस बात की जानकारी उसके
परिवारवालों को दी।

1 जुलाई को महिला अपने रिश्तेदारों के साथ राहतगढ़ पुलिस
स्टेशन गई और इस अपने ऊपर हुए जुल्म ही यह भयावह
कहानी सुनाई। पुलिस अधिकारी एस. पी सागर के अनुसार,
महिला की शादी सागर जिले के पराश्री टूंडा गांव के आनंद
कुर्मी के साथ पांच साल पहले हुई थी। शादी के कुछ दिन
बाद से ही ससुरालवालों ने दहेज के लिए उसे मानसिक
और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।

पीड़िता के किसान पिता रामकिशन ने बताया, 'शादी के
समय ससुरालवालों ने एक लाख रुपये की मांग की थी,
जो उन्हें दे दिए गए थे। लेकिन वह बार-बार चीजों की मांग
करने लगे। उन्होंने कलर टीवी, मोटरसाइकल, ट्रैक्टर के
साथ-साथ एक लाख रुपये नकद और मांगे। इसके लिए
बार-बार उन्होंने मेरी बेटी के साथ मारपीट की।' रामकिशन
ने कहा, जब मेरी बेटी गर्भवती हुई तो सास और परिवार के
दूसरे लोगों ने मिलकर जबरन उसका गर्भपात करवा दिया।
शादी के दो साल बाद उन लोगों ने कहा कि अब उनकी बेटी
वहां नहीं रह सकती।'

इसके बाद ससुरालवालों ने उसे तबेले में गाय-भैसों के साथ
जंजीर से बांधकर रखा। कुछ दिन बाद उसका पति आनंद
कुर्मी उसे पास के एक गांव खुरई में राम सिंह नाम के अपने
रिश्तेदार के यहां छोड़ आया। राम सिंह और उसके बेटों नरेंद्र
और लोकेंद्र ने युवती को घर में बंद करके रखा और करीब 20
दिन तक उसके साथ रेप किया।

इसके बाद राम सिंह ने उसे एक दूसरे गांव महुना के महाजन
द्वारका प्रसाद को उसे बेच दिया। यहां भी उसके साथ बार-बार
रेप किया गया। इस बीच एक दिन महिला काफी बीमार पड़ गई
तो महाजन का पड़ोसी खड़ग सिंह उसे अस्पताल ले गया,
लेकिन रास्ते में उसने भी उससे रेप किया।

बाद में महाजन के घर लौटते समय महिला को रिश्तेदार ने देख
लिया और पहचान लिया। तब जाकर महिला के घरवालों को
इसकी जानकारी मिली और किसी तरह उसे वहां से छुड़ाया
गया। 28 जून को महिला को छुड़ाकर उसके घर वाले अपने
 पास ले आए और दो दिन बाद इस मामले की रिपोर्ट पुलिस
 मे लिखवाई।

पुलिस ने महिला के पति, ससुरालवालों, रेप के दूसरे
आरोपियों सहित महाजन के खिलाफ केस दर्ज किया है।
फिलहाल पुलिस ने तीन आरोपियों जिसमें युवती के
साथ अस्पताल ले जाते समय रेप करने का आरोपी खड़ग
सिंह भी शामिल है, को गिरफ्तार किया है।